पेट्रोल – डीजल की महंगाई से परेशान लोगों को तगड़ा झटका लग सकता है। दुनियाभर में कच्चे तेल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच तनाव के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। सोमवार को कच्चा तेल 96.16 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुंचा।
विश्लेषक कच्चे तेल में जारी तेजी के बाद दाम जल्द 100 डॉलर पहुंचने की आशंका जता रहे हैं। वित्तीय एजेंसी गोल्डमैन साक्स के मुताबिक इस साल कच्चे तेल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल का लेवल छू सकते हैं। 2023 में कच्चा तेल 105 डॉलर प्रति बैरल के पार भी जा सकता है। विश्लेषकों का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद से डिमांड बढ़ने के अलावा उत्पादन में कमी और रूस यूक्रेन विवाद जैसे अन्य अंतरराष्ट्रीय कारणों से ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम इस साल की पहली तिमाही में 90 डॉलर प्रति बैरल, दूसरी तिमाही में 95 डॉलर और अंतिम दो तिमाहियों में 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकते हैं।
बैंक ऑफ अमेरिका ने तो इसी वर्ष के मध्य तक कच्चे तेल के दाम 120 डॉलर प्रति बैरल होने की भविष्यवाणी कर दी है। मॉर्गन स्टेनली के एनालिस्ट मार्टिज रैट्स के मुताबिक, यदि ब्रेंट क्रूड के दाम 88 डॉलर प्रति बैरल पर बने रहते हैं तो दुनिया की कुल जीडीपी का लगभग 3.5 % तेल पर खर्च होगा।