चाहे कोई भी क्षेत्र हो, यह मान लिया जाता है कि महिलाएँ पुरुषों की बराबरी नहीं कर सकतीं। इस मिथक को तोडऩे के लिए कुछ मिसालें देनी पडत़ी हैं और काइनेटिक ग्रीन एनर्जी एंड पॉवर सोल्यूशन्स लिमिटेड की सीईओ सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी की सफल औद्योगिक यात्रा ऐसी ही एक मिसाल है। व्यवसाय की दुनिया में अनेक कीर्तिमान गकी मिसाल, कंपनी तैयार करने, उसे आगे बढ़ाने और हजारों लोगों के लिए आर्थिक अवसर तैयार करने की मिसाल।
आज इनकी कंपनी के बनाए हुए इंजन को नीदरलैंड की टोमोज, इटली की अगस्ता के अलावा भारत में फोर्ड, टाटा मोटर्स, करारो, विस्टोन जैसी कंपनियां खरीद रही हैं। इसके अलावा काइनेटिक ने कई अन्य कंपनियों से व्यापारिक साझेदारी भी की है। इन्होंने बेल्जियम के इकारोस सोलर ग्रुप के साथ मिलकर इकारोस काइनेटिक सोलर नामक कंपनी की स्थापना की है जो कम क्षमता वाले ऊर्जा समाधान उपलब्ध करवाती है। सुलज्जा मोटवानी ने अपने कौशल से यह साबित कर दिया कि अगर अवसर मिले तो महिलाएँ कमाल करने से नहीं चूकती हैं। आज काइनेटिक का इतना विस्तार इनके बेजोड़ नेतृत्व कौशल, निर्णय लेने की क्षमता और उसे लागू करने के लिए भरपूर श्रम से ही फलीभूत हो सका है। सुलज्जा के कार्यकाल में काइनेटिक समूह ने जबरदस्त विस्तार देखा।