इंडसइंड बैंक अपने परिचालन और रिपोर्टिंग में एकीकृत दृष्टिकोण को शामिल करने वाले भारत के अग्रणी संगठनों में से एक रहा है।
किसी भी बैंकिंग इकाई का मूलभूत उद्देश्य यही होता है कि वो न सिर्फ देश की आर्थिक उन्नति में योगदान करे बल्कि वित्तीय समावेशन में भी भूमिका निभाए। इन दोनों ही मोर्चों पर देखें तो इंडसइंड बैंक का प्रदर्शन बेमिसाल रहा है। इस बैंक के कार्यप्रणाली की बात करें तो इंडसइंड बैंक २८ मिलियन से अधिक ग्राहकों, पांच हजार से अधिक वितरण बिंदुओं और देश भर में लगभग दो हजार शाखाओं के साथ व्यापक बैंकिंग सुविधाओं वाला एक सार्वभौमिक बैंक है। बुनियादी तौर पर निरंतरता के साथ, इंडसइंड बैंक सूक्ष्म वित्त (माइक्रोफाइनैंस), व्यक्तिगत ऋण, व्यक्तिगत और व्यवसायिक वाहन ऋण, क्रेडिट कार्ड, लघु एवं मध्यम उद्योग ऋण सहित व्यक्तियों और कॉर्पोरेट्स के लिए उत्पादों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। इतना ही नहीं यह विभिन्न सरकारी संस्थाओं, सार्वजनिक क्षेत्रक इकाइयों और बड़े कॉरपोरेट्स के लिए भी पसंदीदा बैंकिंग साझेदार है।
इंडसइंड बैंक अपने परिचालन और रिपोर्टिंग में एकीकृत दृष्टिकोण को शामिल करने वाले भारत के अग्रणी संगठनों में से एक रहा है। बैंक अपने हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य को बनाने में विश्वास रखता है और इसीलिए यह २०११ से ही अपनी इच्छा से स्थिरता प्रदर्शन रिपोर्ट को सबके सामने रख रहा है। बैंक ने २०१७ में अपनी पहली एकीकृत रिपोर्ट प्रकाशित की थी। तब से इस एकीकृत रिपोर्ट को इसने प्रकाशित करना जारी रखा है जो पर्यावरण,सोशल एंड गवर्नेंस (ईएसजी) पहलुओं समेत इसकी रणनीति,प्रदर्शन संबंधों और मूल्य-निर्माण प्रयासों का एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है।
बैंकिंग संचालन के अपने २८ वें वर्ष में, यह भारत की सबसे तेजी से बढत़ी नवीन पीढ़ी के निजी बैंकों में से एक है। श्रीचंद पी. हिंदुजा द्वारा १९९४ में स्थापित इस बैंक का नाम सिंधु घाटी सभ्यता के नाम पर रखा गया था जो मानव सरलता, उद्यम और व्यावसायिक कौशल के अपने सबसे बड़े सांस्कृतिक उदाहरणों में से एक है। पिछले कुछ वर्षों में, इस बैंक ने देश भर में अपने लाखों ग्राहकों के लिए बैंकिंग को एक आसान और उपयोगी संसाधन बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का भरपूर उपयोग किया है। साथ ही अपने ग्राहकों की हर जरूरत को पूरा करने वाले अपनी तरह के सर्वश्रेष्ठ बैंकिंग समाधान प्रदान करने के लिए एकल-सोच के साथ विकसित भी हुआ है। भारत भर में इसकी कुल २०१५ शाखाएँ हैं जिनमें ४३६ तो ग्रामीण क्षेत्र में हैं। इसके अलावा ये भारत भर में कुल २८७२ एटीएम के माध्यम से कार्यरत है। इसी क्रम में देखें तो इसका ग्राहक आधार २८ मिलीयन, बैक कार्यालय ४६ तथा कुल स्थायी कर्मचारी २९,६६१ हैं।
पिछले कुछ वर्षों में, यह उद्योग जगत में उच्चतम गुणवत्ता मानकों के बराबर अपने ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं की पेशकश करने के लिए निरंतर और गतिशील रूप से विकसित हुआ है। डिजिटलीकरण को अपनाने में अग्रणी स्थान रखने वाला यह बैंक अपने स्पष्ट दृष्टिकोण और उत्तरदायी व्यवहार के लिए उद्योग जगत में जाना जाता है।
वर्तमान में यह बैंक अपनी सेवाओं और उत्पाद वितरण सुविधाओं को बढ़ाते हुए एक सुरक्षित, सुविधाजनक और विश्वसनीय डिजिटल मंचों के माध्यम से ग्राहकों के अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकियों में निवेश करके अपनी डिजिटल क्षमता को मजबूत कर रहा है। संतुलित और सुरक्षित बैंकिंग परिचालन सुनिश्चित करने हेतु बैंक अपने ग्राहकों से संबंधित वित्तीय जानकारी की गोपनीयता को सर्वाधिक महत्व देता है। यह साइबर सुरक्षा उपायों को लगातार बढ़ा रहा है और सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी और प्रभावी जोखिम प्रबंधन प्रक्रियाओं को अपनाकर अपने सूचना-प्रौद्योगिकी और डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहा है।
संपोषणीयता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में, इंडसइंड बैंक ने स्थायी वित्तपोषण में कदम रखा है और कंपनियों के ईएसजी प्रदर्शन के आधार पर क्रेडिट लाइन विकसित की है। इस पोर्टफोलियो के तहत, बैंक ऋण और ऋण सुविधाएं प्रदान करता है, जिसमें ब्याज-दरें उधारकर्ता के ईएसजी प्रदर्शन से जुड़ी होती हैं।
एक वित्तीय सेवा प्रदाता के रूप में, इंडसइंड बैंक कॉर्पोरेट और खुदरा बैंकिंग समाधान प्रदान करता है जो एक स्थायी अर्थव्यवस्था में परिवर्तन को सुविधाजनक बनाने के लिए चुनौतियों का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह बैंक आसान वित्तीय समाधान प्रदान करने के साथ ही साथ स्वास्थ्य-सुविधा, शिक्षा और किफायती आवास ऋण को भी सुनिश्चित कर अपने दायित्वों का भली-भांति निर्वहन करता है।