कारोबार जगत में सेक्टर एक्सपर्ट या किसी विशेष फील्ड का एक्सपर्ट मिलना मुश्किल नहीं है। हर दूसरा कारोबारी किसी ना किसी फील्ड में महारत रखता है। लेकिन एक ऐसे कारोबारी भी हैं, जो ना सिर्फ बिजनेस करने में एक्सपर्ट हैं बल्कि यंग माइंड्स को ट्रेन करने में भी लगे हैं। सिर्फ यही नहीं, वो यंग माइंड्स को दिशा देने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। हम बात कर रहे हैं नजारा टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर विकास मित्रसेन की। इंडस्ट्री में 38 साल से ज्यादा का अनुभव रखने वाले मित्रसेन ने कई कारोबार को ना सिर्फ खड़ा करने में बल्कि उनका टर्नओवर हजारों करोड़ तक पहुंचाने में भी अहम भूमिका निभाई है। यही वजह है कि उन्हें बिजनेस गुरु भी कहा जाता है।
निजी जीवन में विकास मित्रसेन
विकास मित्रसेन का जन्म देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुआ। उन्होंने सांगली के वालचंद कॉलेज से 1977 में इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। सांगली में ही उन्होंने माधव नगर कॉटन मिल्स में अपने करियर की शुरुआत की। महज 22 साल की उम्र में 2000 से भी ज्यादा लोगों की टीम को उन्होंने मैनेज किया। इसके बाद उन्होंने कई सफल वेंचर्स खड़े किए। और इन्हीं में से एक है नजारा टेक्नोलॉजी। विकास मित्रसेन के बेटे नीतीश मित्रसेन के दिमाग की उपज थी नजारा टेक्नोलॉजीज जिसका विकास ने भी पूरा साथ दिया। जहां नीतीश नजारा के फाउंडर और ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। वहीं, विकास की बेटी नीरजा का फूड बिजनेस है।
विकास कारोबार के महारथी तो हैं ही। वो माली के मानद महावाणिज्य दूत भी हैं। विकास भारत और माली के बीच द्विपक्षीय कारोबार बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। यही वजह है कि वह महाराष्ट्र और नई दिल्ली के पॉलिटिकल सर्कल में काफी दखल रखते हैं। विदेश में रह रहे भारतीयों के बीच भी वो काफी फेमस हैं।
यंग माइंड्स को दे रहे दिशा
यंग माइंड्स और कंपनियों को कारोबार की समझ सिखाने के साथ ही वे इनके लिए नए मौके भी तलाशते हैं। इस खातिर इन्होंने इंडिया बिजनेस ग्रुप की स्थापना की है। IBG एक गैर-लाभकारी कारोबारी संस्था है। IBG के साथ 80 हजार से ज्यादा मेंबर्स जुड़े हुए हैं। IBG प्रमुख इकोनॉमिक सेक्टर्स पर फोकस करता है। इन प्रमुख सेक्टर के कारोबारियों को एक मंच पर लाने और नए मौकों को तलाशने का काम इसके जरिए किया जाता है। इसके लिए IBG देश ही नहीं विदेशों में भी इंडस्ट्री इवेंट्स का आयोजन करता है। IBG के 20 इंटरनेशनल चेंबर ऑफ कॉमर्स के साथ एग्रीमेंट हैं। इसमें लंदन, बेल्जियम/EU, इजरायल, रूस, तुर्की और श्रीलंका जैसे देश शामिल हैं।
विकास मित्रसेन समाज को एक बेहतर जगह बनाने के लिए भी प्रयासरत हैं। वो अपनी कंपनी के जरिए और अपने स्तर पर भी समाज की बेहतरी के लिए काम करते रहते हैं। जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा मुहैया कराना। मानसिक रूप से कमजोर बच्चों को शिक्षित करने में मदद करना और गंभीर बीमारियों के इलाज में भी उन्होंने कई लोगों की मदद की है।
नजारा टेक्नोलॉजी की शुरुआत
डॉट कॉम से शुरुआत हुई नजारा टेक्नोल़ॉजी आज देश की सबसे बड़ी गेमिंग कंपनी है। नजारा नए जमाने की स्पोर्ट्स मीडिया कॉरपोरेशन है। ये कंपनी कई टेलीकॉम अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ भी काम करती है। ये ज्यादातर MNCs एशिया, अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और मिडिल ईस्ट की हैं। नजारा टेक्नोलॉजी के ऑफिस मुंबई के अलावा दुबई, कोलंबिया, केन्या और हॉन्गकॉन्ग में हैं। नजारा टेक्नोलॉजी को देश की सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनी का खिताब भी मिला है। यही नहीं, नजारा को एशिया प्रशांत क्षेत्र की टॉप 500 कंपनियों में भी शामिल किया गया है।
नजारा के विजन और इंडस्ट्री की समझ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब 30 मार्च, 2021 को कंपनी लिस्ट हुई, तब इसके शेयर 80% प्रीमियम पर लिस्ट हुए। कंपनी का IPO 175 गुना सब्सक्राइब हुआ। ये IPO देश के सबसे ज्यादा सब्सक्राइब होने वाले IPOs में शामिल हुआ। देश के सबसे बड़े इन्वेस्टर्स में से एक राकेश झुनझुनवाला ने कंपनी पर विश्वास जताया और इसमें निवेश किया।
बुरे हालात में भी डटी रही नजारा
टेक्सटाइल में बिजी विकास मित्रसेन के पास उनके बेटे नीतीश नजारा डॉट कॉम का आइडिया लेकर आए। विकास ने तुरंत हामी भरी और अपने बेटे के साथ मिल गए। नीतीश ने अपने पिता के मार्गदर्शन में 1999 में नजारा डॉट कॉम की शुरुआत की। शुरुआत से ही विकास कंपनी में डायरेक्टर हैं। वो कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर भी हैं। नजारा की शुरुआत ऐसे समय में हुई, जब देश में इंटरनेट कुछेक ही लोगों के पास था। नजारा डॉट कॉम को शुरू किए ज्यादा वक्त भी नहीं हुआ था कि डॉट कॉम कंपनियां ध्वस्त होने लगीं। इसका असर नजारा पर भी पड़ा। एक वक्त ऐसा भी आया कि जब कंपनी के पास अपने 50 से 60 मेंबर के स्टाफ की सैलरी देने में भी दिक्कत आने लगी। जब नजारा की शुरुआत हुई तो कंपनी कॉन्टेस्ट आयोजित करती थी। रेडियो नजारा नाम से एक रेडियो स्टेशन भी खोला गया था। नजारा वक्त के साथ खुद में बदलाव करती रही। विकास मित्रसेन कहते हैं कि हम चाहते तो टेक कंपनी शुरू कर सकते थे लेकिन मुझे पता था कि गेमिंग में फ्यूचर है। इसीलिए हम जरूरत के हिसाब से अपने बिजनेस मॉडल में बदलाव करते रहे। विकास की गाइडेंस में उनके बेटे नीतीश कंपनी में वक्त के साथ जरूरी बदलाव करने में पीछे नहीं रहे। शुरुआत में नजारा सिर्फ एक एंटरटेनमेंट और गेमिंग वेबसाइट थी। दो साल बाद कंपनी ने वेब के लिए फ्लैश आधारित गेम्स बनाने शुरू कर दिए। वक्त बदला और स्मार्टफोन का दौर आया। यहां भी कंपनी ने खुद की स्ट्रैटेजी में कई अहम बदलाव किए और स्मार्टफोन के लिए गेम्स बनाने शुरू कर दिए। आज कंपनी की वैल्यू करीब 5000 करोड़ है।
ग्रोथ की राह पर नजारा टेक्नोलॉजी
नजारा टेक्नोलॉजी लगातार ग्रोथ की राह पर है। वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में नजारा टेक्नोलॉजी ने कंसोलिडिटेड नेट प्रॉफिट में 18 फीसदी की बढ़त (YoY) हासिल की है। ऑपरेशंस से आने वाली आय में साल दर साल की गणना से 65.2 फीसदी बढ़ा है। विकास मित्रसेन कहते हैं कि गेमिंग इंडस्ट्री का फ्यूचर ब्राइट है। उनका मानना है कि गेमिंग ऑनलाइन कॉन्टेंट के सभी रूप से आगे निकलेगी। वो बताते हैं कि मौजूदा वक्त में गेमिंग में भारत की हिस्सेदारी 20 फीसदी है। अब जब भारत 5G की ओर बढ़ रहा है, तब यहां बेहतरीन क्वालिटी के गेम्स तैयार करने के मौके भी बढ़ रहे हैं। विकास मानते हैं कि जल्द ही भारत का विश्व गेमिंग में हिस्सेदारी 30 फीसदी तक हो जाएगी। नजारा के भविष्य को लेकर विकास कहते हैं कि अभी तक नजारा की ग्रोथ में अहम हिस्सेदारी अधिग्रहण की रही है। आगे भी हमारा फोकस अच्छी कंपनियों को साथ लेने पर होगा।
साल | मार्च 23 | मार्च ’22 | मार्च ’21 | मार्च ’20 | मार्च ’19 |
ऑपरेशंस से आय (रु. करोड़ ) | 1,091.00 | 621.70 | 454.21 | 247.51 | 169.83 |
नजारा की ग्रोथ
बिजनेस गुरु विकास मित्रसेन
विकास मित्रसेन ने सिर्फ नजारा टेक्नोलॉजी को खड़े करने में मदद नहीं की है बल्कि उन्होंने कई बिजनेस को मजबूती देने का काम किया है। यही वजह है कि उन्हें बिजनेस गुरु की उपाधि दी जाती है। विकास एक लेखक भी हैं। उन्होंने लीडरशिप और कारोबार को लेकर तीन किताबें लिखी हैं। इसमें ‘You CEO’, ‘You the Leader’ और ‘My Posts on Facebook’ शामिल है। अपनी किताब ‘You CEO’ में विकास लीडरशिप का एक अहम मंत्र देते हैं। वो लिखते हैं, “दूसरों को लीड करना सीखना है तो पहले आपको खुद को लीड करना सीखना होगा।” इस किताब में विकास मित्रसेन ने देश के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित CEOs से खास बातचीत की है। इसमें गोदरेज इंडस्ट्रीज के नादिर गोदरेज, जी एंटरटेनमेंट के सुभाष चंद्रा, पिरामल एंटरप्राइज के अजय पिरामल जैसे नाम शामिल हैं। विकास की लीडरशिप का नॉलेज सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं हैं। वो टेडएक्स स्पीकर रह चुके हैं। अपने एक टेडएक्स स्पीच में उन्होंने यंग माइंड्स को सक्सेस मंत्रा दिया। उन्होंने बताया कि आखिर क्यों आपको अपने फेलियर्स यानी असफलताओं को सेलिब्रेट करना चाहिए।
विकास मित्रसेन उन लोगों को भी प्रेरणा देते हैं जो अपना स्टार्टअप शुरू करते हैं। विकास मित्रसेन टेड-एक्स को दिए अपने स्पीच में कहते हैं कि जब आप एक कारोबारी के तौर पर काम करते हैं तो आप एक साधारण कारोबारी होते हैं लेकिन जब आप फेल्योर यानी असफलता से सामना करते हैं तो आप असाधारण कारोबारी बन जाते हैं। और शायद यही वजह है कि विकास मित्रसेन एक असाधारण प्रतिभा से भरे हुए कारोबारी हैं। उन्होंने खुद कारोबार में असफलता देखी है। मित्रसेन कहते हैं कि ये असफलता ही है, जिसने उन्हें जीवन में वो सबकुछ हासिल करने में मदद की है, जो वो आज हैं।